Thursday, October 10, 2013

झीनी रे झीनी रे झीनी चदरिया - Kabir

झीनी रे झीनी रे झीनी चदरिया,
झीनी रे झीनी रे झीनी चदरिया
के राम नाम रस भीनी चदरिया,
झीनी रे झीनी रे झीनी चदरिया

अष्ट कमल दल चरखा डोले,
पांच तत्व, गुण तीनि चदरिया
साइँ को सियत मास दस लागे,
ठोंक-ठोंक के बीनी चदरिया

सो चादर सुर नर मुनि ओढ़ी,
ओढ़ी के मैली कीनी चदरिया
दास कबीर जतन सो ओढ़ी,
ज्यों की त्यों धर दीन चदरिया

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